एक श्रद्धा नाम की लड़की जो की अपनी पढाई के लिए दूसरे शहर में गाई हुई थी उसके शहर में एक विवेक नाम का लड़का रहता था डोनो एक दूसरे को पहली बार मेट्रो स्टेशन पर मिले
पहली मुलाक़ात
डोनो ने एक ही साथ मेट्रो में सफर किया सफर के दौरन दोनों में बातें हुई और साथ ही साथ एक दूसरे से आकर्षित भी हो गए जब श्रद्धा अपने स्टेशन पर उतरी तो विवेक भी उसके साथ ही उतर गया क्योंकि विवेक को श्रद्धा बातों से सरल लड़की लगे और हकीकत में भी श्रद्धा एक अच्छी लड़की थी
प्यार की शुरुआत
डोनो ने एक दूसरे के नंबर ले लिए और दोनो एक दूसरे से बात करने लगी धीरे-धीरे डोनन में नजरिकी बढ़ाने लगी और श्रद्धा और विवेक अच्छे दोस्त बन गए आगे चलकर ए दोस्ती प्यार में बदल गई फिर एक दिन अचानक से विवेक अपने गांव चला गया
प्यार का नया मोड
विवेक किस तरह जाना गांव चले जाने से श्रद्धा बिल्कुल भी खुश नहीं थी लेकिन विवेक ने श्रद्धा को अपनी परेशानियों के बारे में बताया तो श्रद्धा ने भी विवेक को जाने दिया और दोनो अब्ब भी एक दूसरे के सम्पर्क में थे
आखिरी मुलाकात
एक दिन अचानक से ही श्रद्धा के पास विवेक का फोन आया और बोला कि मुझसे तुमसे मिलना है श्रद्धा यह सब सुनकर थोड़ी अचंभे में पड़ गई श्रद्धा ने विवेक से बोला ठीक है अगर तुम मिलना चाहती हो तो मिल लो विवेक शाम के लिए मिलें का प्लान बनाया
आखिरी मुलाकात की रात
विवेक और श्रद्धा रात को एक दूसरे से मिले और श्रद्धा के बिच में बातें शुरू हुई विवेक का बात करने का लेजा थोड़ा श्रद्धा को अजीब लगा लेकिन श्रद्धा विवेक को पिछले डेढ़ साल से जानती थी तो श्रद्धा ने उसे टाल दिया और वही विवेक और श्रद्धा के बीच में थोड़े संबंध बढ़ गए जसे ही सुबह हुई विवेक ने श्रद्धा से बोला कि अब तुम अपने घर चले जाओ और मैं अपने गांव जा रहा हूं श्रद्धा चुपचप अपने घर चली गई विवेक के इस व्यवहार से नाराज भी थी
आखिरी संदेश
श्रद्धा ने उसे दिन के दो-तीन दिन बाद मेरे कोई वॉयस नोट भेजो जिसमें की श्रद्धा ने अपने शुद्ध आदमी की भड़ास निकल दी और यह वॉयस नोट डॉनन की लव स्टोरी का आखिरी वॉयस नोट बना
Leave a Reply