यह कहानी गांव के एक सीधे-साधे लड़के की है जिसका नाम अजय है अजय गांव के एक छोटे से शहर में रहने वाला लड़का जो कि अपने चाचा की दुकान पर बैठता था
अजय बहुत ही कम उम्र में अपने चाचा की दुकान संभालने लगा और वहां बहुत ही सीधा-साधा लड़का था अभी उसकी उम्र लगभग 22 साल थी एक दिन सुबह-
पहला प्यार
सुबह जब बजे बाजार पहुंचता है तो वह स्कूल जाती हुई एक बहुत ही प्यारी लड़की को देखा है जिसका नाम मनीषा था मनीषा पास ही की सरकारी स्कूल में पढ़ती थी और मनीषा की उम्र भी 20 साल थी अजय को मनीषा पहली बार में ही बहुत पसंद आई और मन ही मां बहन उसे बहुत ज्यादा पसंद करने लगा
पहली मुलाकात
धीरे-धीरे अजय को मनीषा का देखने का सिलसिला ऐसे ही चला रहा फिर एक दिन मनीषा अजय की दुकान पर आई मनीषा को देखकर अजय की धड़कनें रुक सी गई कुछ देर तक अजय कुछ बोला ही नहीं फिर मनीषा ने वहां से कुछ सामान खरीदा और वहां से चली गई
इतना सब देखकर मन ही मन मनीषा मुस्कुराई और वह भी समझ गई कि अजय उसे पसंद करता है और उसे भी अजय पसंद था
प्यार का इजहार
बहुत बार मुलाकात होने के बाद भी अजय मनीषा से अपनी मन की बात नहीं बोल पाया फिर एक दिन मनीषा अजय की दुकान पर आई और आते ही अजय का हाथ थाम लिया यह देखकर अजय की धड़कन है रुक गई और वहां कुछ बोल भी नहीं पाया और फिर मनीषा ने अजय का हाथ मसलते हुए कहा की मुझे आप बहुत ज्यादा पसंद हो बस फिर क्या था अजय ने भी अपनी बात मनीषा को कह दी और दोनों ने दोस्ती का हाथ एक दूसरे की तरफ बढ़ाया और दोनों ने एक दूसरे को कसकर गले लगा लिया
कहानी का अंत
इस कहानी में दोस्तों आपको लग रहा होगा की अंत में दोनों का मिलन हुआ होगा और ऐसा नहीं हुआ धीरे-धीरे दोनों की नजदीक या और मिलन बढ़ने की वजह से अजय के चाचा को इस बात का पता चल गया और उसने अजय को अपने बड़े भैया के यहां दूसरे शहर भेज दिया और इसी के साथ इस प्यार भरी कहानी का अंत होता है
इस प्यारी सी कहानी का निष्कर्ष से निकलता है कि हमें अपने प्यार को हमेशा गुप्त रखना चाहिए और हमें अपने प्यार की बातें लोगों से शेयर नहीं करनी चाहिए क्योंकि प्यार को भी नजर लगती है और यह दुनिया बरसों से प्यार के खिलाफ रही है इसीलिए अपने प्यार को हमेशा इस दुनिया की नजरों से बचा कर रखना चाहिए
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