पुराने समय की बात है एक गांव में कृष्ण नाम का एक लड़का रहता था कृष्ण की शादी एक बहुत ही सुंदर लड़की से हो जाती है कृष्ण अपनी बीवी से बहुत ही ज्यादा प्यार करता है और वह अपनी बीवी की बहुत ज्यादा तारीफ करता था उसकी बीवी का नाम राधा था राधा बहुत ही सुंदर और संस्कारी लड़की थी वह दोनों एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते वह दोनों एक दूसरे को समझते और एक दूसरे का साथ देते
लड़की का चर्म रोग से बीमार होना
शादी के कुछ समय पश्चात लड़की को चर्म रोग हो जाता है जिससे कि लड़की की खूबसूरती पर भी असर पड़ता है और वह धीरे-धीरे अपनी खूबसूरती होने लगती है उसकी त्वचा खराब होने लगती है और उसका चेहरा भी खराब होने लगता है यह सब देखकर वह सोचती है कि कहीं उसका पति कृष्ण उससे प्यार करना कम या बंद न कर दे यह सोचकर वहां बहुत ज्यादा परेशान होती है और रोती रहती है
पति की शहरी यात्रा
अचानक से राधा के पति कृष्ण को शहर जाना पड़ता है और वापस लौटते समय एक एक्सीडेंट में वह अपनी दोनों आंखों को देता है जिसकी वजह से वहां कुछ भी नहीं देख पाता वह अपने गांव लौटता है और अपनी पत्नी से इसके बारे में पूरी बात बताता है और बताता है कि वह अब देख नहीं पाएगा अब धीरे-धीरे सब कुछ नॉर्मल हो जाता है और वह दोनों साथ रहने लगते हैं ना ही वह अपनी पत्नी को खूबसूरती खोते हुए देख सकता है इसी वजह से अब उसकी पत्नी भी इन चीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोचती है
पत्नी की मौत
कुछ सालों तक सब कुछ ऐसे ही चलता रहता है फिर एक दिन कृष्ण की पत्नी राधा की मौत हो जाती है अब कृष्णा अकेला पड़ जाता है और वह अपनी पत्नी का क्रिया कर्म करके शहर जाने की सोचता है यह सोचकर वह है इन सारे कामों को कर कर जब शहर की तरफ जाने के लिए रवाना होता है तब उसे पीछे से उसका दोस्त आवाज लगता है और कहता है की अरे अंधे अब तेरा क्या होगा तू शहर में अकेला क्या करेगा अब तो तुझे संभालने वाली तेरी पत्नी भी नहीं रही
कृष्ण के आखिरी शब्द
अपने दोस्त से इतना सब सुनकर कृष्णा अपने दोस्त को कहता है कि अरे दोस्त मैं अंधा नहीं हूं मैं बस मेरी पत्नी को खुश करने के लिए यह सब कर रहा था ताकि उसे ऐसा ना लगे की मैं उसकी खूबसूरती को देखकर उसके साथ मैं उससे बहुत प्यार करता था और करता हूं और हमेशा करता रहूंगा
इस प्यारी सी कहानी का निष्कर्ष यह निकलता है कि चाहे कोई भी परिस्थिति हो हमें अपने पार्टनर का हमेशा साथ देना चाहिए और उसे हमेशा खुश रखना चाहिए चाहे कुछ भी हो हमें हमेशा उसे समझना चाहिए और उसके सुख-दुख में उसका साथी होना चाहिए
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